2025-09-18

ग्रीन इंडिया केयर का K-MYTE (कीटनाशक): किसान की फसल सुरक्षा का भरोसेमंद साथी

भारत में कृषि केवल अन्न उत्पादन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह किसानों के जीवन और भविष्य का आधार है। मेहनत, धैर्य और समर्पण से तैयार की गई फसलें तभी अच्छे परिणाम देती हैं जब उन्हें हानिकारक कीटों से सुरक्षित रखा जाए। हर साल लाखों किसानों की मेहनत कीट प्रकोप के कारण व्यर्थ हो जाती है। यही कारण है कि सही और भरोसेमंद कीटनाशक का चुनाव खेती की सफलता की कुंजी है। इसी सोच के साथ Green India Care ने किसानों के लिए पेश किया है – K-MYTE, जो आधुनिक तकनीक पर आधारित एक प्रभावी कृषि कीटनाशक है।

K-MYTE अपनी तेज़ असरदार विशेषताओं के कारण किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह कीटों पर तत्काल प्रभाव डालता है और लंबे समय तक फसल की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। सामान्य कीटनाशकों की तुलना में K-MYTE की खासियत यह है कि यह विभिन्न प्रकार के कीटों पर एक साथ नियंत्रण करता है। चाहे बात हो पत्ती चूसक कीटों की या फिर तना छेदक और फली छेदक की, K-MYTE हर स्थिति में बेहतरीन काम करता है। यही वजह है कि यह कपास, धान, गेहूँ, मक्का, दलहन, सब्ज़ियों और फलदार फसलों के लिए एक आदर्श सुरक्षा कवच साबित हो रहा है।

फसल सुरक्षा के साथ-साथ किसानों की सबसे बड़ी चिंता उत्पादन और गुणवत्ता की होती है। कीट प्रकोप की वजह से उपज का बड़ा हिस्सा बर्बाद हो जाता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन K-MYTE के प्रयोग से किसान निश्चिंत होकर खेती कर सकते हैं। अनुशंसित मात्रा में इसका उपयोग फसल को नुकसान नहीं पहुँचाता बल्कि फसल को स्वस्थ और सुरक्षित बनाकर उत्पादन को बढ़ाता है। यही कारण है कि K-MYTE को किसान अपने खेतों का विश्वसनीय साथी मानते हैं।

इसके प्रयोग की विधि भी बेहद आसान है। साफ पानी में K-MYTE को घोलकर पत्तियों और पौधों पर समान रूप से छिड़काव करना होता है। ध्यान रखने योग्य बात यह है कि इसका प्रयोग कीट प्रकोप के शुरुआती चरण में करना अधिक लाभदायक होता है, क्योंकि इस समय यह कीटों की वृद्धि को रोक देता है और नुकसान की संभावना को कम कर देता है। साथ ही, बार-बार छिड़काव करने की आवश्यकता भी कम पड़ती है क्योंकि इसका असर लंबे समय तक बना रहता है।

Green India Care हमेशा किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखकर उत्पाद तैयार करता है। किसानों की तरक्की और कृषि की समृद्धि ही कंपनी का मुख्य उद्देश्य है। K-MYTE इसी मिशन का हिस्सा है, जो किसानों को न केवल फसल सुरक्षा देता है बल्कि उनके भविष्य को भी सुरक्षित बनाता है। किसानों के अनुभव बताते हैं कि K-MYTE के नियमित प्रयोग से फसलें हरी-भरी और तंदरुस्त रहती हैं, जिससे बाजार में उन्हें बेहतर दाम मिलते हैं और मुनाफे में वृद्धि होती है।

आज के समय में जब कीटों का प्रकोप तेजी से बदलते मौसम और नई परिस्थितियों के कारण और भी चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है, ऐसे में एक भरोसेमंद और प्रभावी कीटनाशक का होना बहुत ज़रूरी है। K-MYTE इस चुनौती का समाधान है। यह न केवल किसानों की मेहनत को बचाता है बल्कि उन्हें आत्मविश्वास भी देता है कि उनकी फसल सुरक्षित है।

Recommendation

रासायनिक संरचना

K-MYTE: किसान की फसल सुरक्षा का भरोसेमंद साथी
भारत में खेती सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि जीवन का आधार है। किसान पूरे साल मेहनत करके फसल को उगाते हैं, लेकिन फसल पर कीटों का प्रकोप उनकी मेहनत को बर्बाद कर देता है। ऐसे समय में ज़रूरत होती है एक भरोसेमंद कीटनाशक की, जो फसल को कीटों से बचाकर उत्पादन बढ़ाए। इसी सोच के साथ Green India Care लेकर आया है – K-MYTE, जो आधुनिक तकनीक से बना एक असरदार कृषि कीटनाशक है

K-MYTE क्यों है खास?

  • तेज़ असरदार – कीटों पर तुरंत असर करता है और उनकी संख्या पर नियंत्रण लाता है
  • लंबे समय तक सुरक्षा – फसल को बार-बार कीटों से बचाता है।
  • व्यापक नियंत्रण – कई तरह के हानिकारक कीटों पर प्रभावी।
  • फसल के लिए सुरक्षित – अनुशंसित मात्रा में प्रयोग करने पर फसल को नुकसान नहीं पहुँचाता।
  • उत्पादन में वृद्धि – स्वस्थ फसल से किसानों को बेहतर पैदावार और मुनाफा मिलता है


किन फसलों पर K-MYTE का उपयोग करें?
K-MYTE को विभिन्न फसलों पर सफलतापूर्वक प्रयोग किया जा सकता है जैसे –
  • कपास (Cotton)
  • धान (Paddy)
  • गेहूँ (Wheat)
  • मक्का (Maize)
  • दालें (Pulses)
  • सब्ज़ियाँ (Vegetables)
  • फलदार पौधे (Fruit Crops)


किन कीटों से बचाता है K-MYTE?
  • तना छेदक (Stem Borer)
  • पत्ती लपेटक (Leaf Folder)
  • फली छेदक (Pod Borer)
  • रस चूसक कीट (Sucking Pests)
  • थ्रिप्स व सफेद मक्खी (Thrips & Whiteflies)

आड़ू की खेती

आलू की खेती

चावल की खेती

केले की खेती

उपयोग की दिशा

उत्पाद की वांछित की मात्रा लीजिए और उसे थोडे से पानी के सीथ अच्छी तरह से मिलाइए । पीठ पर लधने वाले यन्त्र को तथा उच्च आमतन वाले छिडकाव यन्त्र का प्रयोग करें। बडी मात्रा म उपयोग करने के लिय निर्देष्ट मात्रा का बाकी पानी भी अच्छी तरह से हिलाहिलाकर मिला लिजिए ।

आवेदन का समय

जब नीचे दी गई सिफारिशों के अनुसार उपयोग किया जाता है तो पाइमेट्रोज़िन 50% डब्ल्यूजी ब्राउन प्लांट हॉपर पर नियंत्रण प्रदान करता है चावल की फसल.

सावधानियां

  1. खाधसामग्री, खाध सामग्री के खाली बर्तन और पश र्त ुओ के चारे से दर र ू खें।
  2. मंुह, त्वचा और आंखों के संम्पर्क से बचायें।
  3. छिडकाव की वाष्प को सांस द्वारा अन्दर जाने से बचायें। हवा की दिशा मे छिडकाव करें।
  4. छिडकाव के बाद दषिू त कपडो और शरीर के अंगो को अच्छी तरह धोएं।
  5. छिडकाव के समय धूम्रपान, खाना, पीना और कुछ चबाना नहीं चाहिए।
  6. छिडकाव करते या मिलाते समय पूर्ण सर्ण ुरक्षात्मक कपडे पहनें।

विषाक्तता के लक्षण

श्वसनतंत्र संबंधी तकलीफ, पिलोइरेक्शन, प्रोस्ट्रेशन, कंपकंपी, लार आना पॉलीयरिू या, नाक में झंुझलाहट, हलचल करने की क्रिया ने कमी, आँखों से पानी आना, रिनोरिया इत्यादि।

प्राथमिक उपचार

आँखों में पड़ने पर तुरंत कम से कम 15 मिनट तक आँखों पर पानी के छींटे मारें, डाक्टर को बुलाएं। त्वचा के संपर्क के बाद त्वचा को साबुन व पानी से धोएं, यदि झंुझलाहट कायम रहे तो डाक्टरी सलाह लें। सँूघने के बाद तंुरत खली ु हवा मे आ जाएं और डाक्टर को बुलाएं। निगलने के बाद उल्टी नहीं कराएं, तुरंत पानी से मंुह धोएं, एक/दो कप पानी या दधू दें और डाक्टर को बुलाएं।

विषहर औषध

कोई विशिष्ट मारक ज्ञात नहीं है। लाक्षणिक उपचार करें।

प्रयुक्त कंटेनर का निपटान

  1. पैकेजों को तोड़कर बस्ती से दूर गाड़ दिया जाएगा।
  2. उपयोग किए गए पैकेजों को उनके पुन: उपयोग को रोकने के लिए बाहर नहीं छोड़ा जाएगा।
  3. पैकेजों या अधिशेष सामग्री और धुलाई का निपटान सुरक्षित तरीके से किया जाना चाहिए ताकि पर्यावरण या जल प्रदूषण को रोका जा सके।

जमा करने की अवस्था

  1. कीटनाशकों वाले पैकेजों को कमरे या परिसर के उपयोग से दूर अलग कमरे या परिसर में संग्रहित किया जाएगा अन्य वस्तुओं को भंडारण के लिए या कीटनाशकों की मात्रा और प्रकृति के आधार पर अलग-अलग अलमारियों में ताले और चाबी के नीचे रखा जाएगा।
  2. कीटनाशक के भंडारण के लिए बनाया गया कमरा या परिसर अच्छी तरह से बनाया गया, अच्छी रोशनी वाला, अच्छी तरह हवादार और पर्याप्त होना चाहिए। वाष्प से संदूषण से बचने का आयाम।

द्वारा निर्मित:

ग्रीन इंडिया केयर